
विला में।
रेहा अभी भी रोए जा रही थी अभिमान उसे गुस्से में देखकर कहता है । यह जो अपने रोने धोने का नाटक है । ना वह दुनिया वालों के सामने करना मेरे सामने यह सब नाटक मत करो मैं तुम्हारी असलियत अच्छे से जानता हूं ।
तुम एक पत्थर दिल लड़की हो जिसके दिल में एक बच्चे के लिए भी जगह नहीं थी। इसीलिए तुमने मेरे बच्चे को इस दुनिया में आने नहीं दिया ।
आज से तुम्हारी जिंदगी की नई शुरुआत नहीं बल्कि बुरी शुरुआत होगी । रेहा चुपचाप से अभिमान की सारी बातें सुन रही थी अभिमान ने उसे गुस्से से देखते हुए कहा क्या तुम्हें अब अपनी सफाई नहीं देनी है क्या?
रेहा ने रोते हुए अपने आंसू भर आंखों से अभिमान की तरफ देखते हुए कहा अभिमान मेरी सुहाना ठीक तो हो जाएगी ना ।
उसे कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी रेहाा की यह बात सुनकर अभिमान गुस्से से उसकी तरफ आया और उसके हाथों को मंजीरे हुआ बोला तुम्हारी बहन के हाथों में कोई गोली नहीं लगी है ।
गोली बस उसे छूकर निकली है और तुम्हें उसकी इतनी चिंता हो रही है ।
जरा मुझे सोचो मुझ पर क्या बीत रही होगी जब मैं अपने प्यार और अपने बच्चों को मारते हुए देखा है । उसका अंतिम संस्कार किया है और मेरी जान से प्यारी बहन आज तुम्हारी वजह से कोमा में है मुझ पर क्या बीत रहा होगा यह तुम कभी नहीं समझ सकती तुम्हें तो बस अपना दर्द दिखाई देता है ।
रेहा ने अपने आंसू भरे आंखों से अभिमान को देखते हुए कहा अभिमान मैं सच कह रही हूं मैं कुछ नहीं किया प्लीज मेरा यकीन कीजिए मैं सपनों में भी उन दोनों को चोट नहीं पहुंचा सकती हूं और मैं किसी बच्चे को तो कभी नहीं मार सकती हूं।
विश्वास और तुम जैसी लड़की की तुम जैसी लड़की पर विश्वास करने का नतीजा है कि आज वह दो लोग जो मुझे सबसे ज्यादा प्यार करते थे और मैं उसे सबसे ज्यादा प्यार करता था वह मुझसे बहुत दूर चले गए हैं फिर तुम्हारी वजह से आई हेट यू रेहा आई विल रियली हेट यू नफरत करता हूं मैं तुमसे बहुत ज्यादा नफरत करता हूं।
अभिमान के मुंह से अपने लिए नफरत शब्द सुनकर रेहा के दिल में एक दर्द सा उठना है रेहा ा ने अपने मन में कहा अभिमान मैं जानती थी कि आप कभी मुझसे प्यार नहीं करेंगे पर मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि आप मुझसे इतना नफरत करेंगे इससे तो अच्छा होता कि दिव्या जी की जगह मेरी ही मौत हो जाती कम से कम आपकी नफरत तो मुझे नहीं सहनी पड़ती मैं आपका गुस्सा बर्दाश्त कर सकती हूं और आपकी नफरत नहीं।
अभिमान ने गुस्से से रेहा की तरफ देखते हुए कहा मैंने इस घर में तुम्हें महारानी बनने के लिए नहीं लेकर आया हूं जरा चारों तरफ देखो यह घर कितना गंदा है।
जो पूरे घर की साफ सफाई करो और साफ सफाई करने के बाद जाकर खाना भी बना मेरे कुछ गेस्ट रात को आने वाले हैं जाओ जाकर साफ सफाई करो और खाना बना यह बोलकर अभिमान बाहर की तरफ जाने लगा।
तभी रेहा ने अभिमान की तरफ देखते हुए कहा पर अभिमान मुझे तो खाना बनाना नहीं आता है ।
अगर तुम्हें खाना बनाने नहीं आता है तो मैं क्या करूं तुम्हें सीख लेना चाहिए था और नहीं भी आता है तो यूट्यूब से देखकर बना लेना लेकिन रात तक खाना बन जाना चाहिए ।
वरना तुम सोच भी नहीं सकती मैं उसे बुरा भी तुम्हारे साथ कर सकता हूं यह बोलकर अभिमान बाहर की तरफ चला गया ।
दूसरी तरफ हॉस्पिटल में।
जैसे ही असिस्टेंट के गाल पर थप्पड़ पड़ा उसके होठों ो के कोनों से थोड़ा सा ब्लड आने लगा । उसने अपना चेहरा सामने करके देखा तो उसके सामने आयुष खड़ा था ।
आयुष ने गुस्से से उसका कॉलर पढ़तेे हुए कहा दो कौड़ी का असिस्टेंट तेरी हिम्मत कैसे हुई सुहाना को छूने की लगता है तुम अपनी औकात भूल गया है ।
तेरी हिम्मत कैसे हुई सुहाना को चोट पहुंचाने की गुस्से से असिस्टेंट को मरने लगा सुहाना ने आयुष का हाथ पकड़ते हुए कहा आयुष इसने कुछ नहीं किया मुझे यह चोट इसके वजह से नहीं लगा है इसे छोड़ो आयुष मैं गुस्से से सुहाना की तरफ देखते हुए कहा आखिर यह चोट तुम्हें कैसे लगी है तुम्हारे हाथ से इतना खून कैसे निकल रहा है।
सुहाना इससे पहले कुछ बोल पाती उसने उसने देखा तो पीछे आयुष की मां खड़ी थी।
वह सुहाना की तरफ आते हुए बोली बेटा तुम्हारे हाथ से खून निकल रहा है चलो जल्दी से चलकर पहले अपने हाथों में बैंडेज कर लो और आयुष को गुस्से से देखते हुए बोली तुम्हें दिखाई नहीं दे रहा है ।
इससे सवाल जवाब क्या कर रहे हो पहले इसके हाथों में बैंडेज करवाओ यह बोलकर वह सुहाना को खींचते हुए अपने साथ लेकर चली गई।
आयुष गुस्से से असिस्टेंट को देखकर बोला आइंदा अगर मैं तुम्हें सुहाना की आसपास भी देखा ना तो याद रखना मैं तुम्हें राजपूत कंपनी ी से निकलवा दूंगा बड़े भाई के असिस्टेंट यह बोलकर वह सुहाना के पीछे-पीछे चला गया।
रौनक ने मन में कहा समझ नहीं आता इन दोनों भाई की तकलीफ क्या है चोट खुद देते हैं और नौकरी से निकलने की बात मुझे करते ह ।
ै
भला मैं क्या किया है सुहाना के साथ जो सब मुझ पर ही चले जा रहे हैं मैं तो बस उसका किडनैप अभिमान सर के कहने पर किया था ।
मुझे कौन सा शौक लगा हुआ है राह चलती लड़की को किडनैप करने का यह बोलकर वह भी अस्पताल के अंदर चला गया।
डॉक्टर ने सुहाना की हाथ पर बैंडेज करते हुए बोली अब मैं अपने हाथों को थोड़ा आराम दीजिए या जख्म एक हफ्ते में ठीक हो जाएगा सुहाना ने अपना सर हां में हिला दिया।
तभीी आयुष में सुहाना के सामने आते हुए कहा सुहाना अब मुझे बताऊंगी तुम्हारे हाथों पर यह चोट कैसे लगा।
सुहाना ने एक बार आयुष को देखा और फिर उसकी मां की तरफ देखते थे कहा आंटी यह कोई चोट का निशान नहीं है मेरे हाथों को गोली छूकर निकली है।
सुहाना किसकी हिम्मत हुई तुम पर गोली चलाने की आयुष ने गुस्से में सुहाना से पूछा।
सुहाना ने आयुष को देखते हुए कहा मुझ पर गोली और किसी ने नहीं बल्कि अभिमान ने चलाया है आयुष अब बोलो क्या करोगे तुम।
आयुष के मुंह से बस इतना ही निकला अभिमान भाई।
कंटिन्यू आखिर अभिमान ने घर में गेस्ट को क्यों इनवाइट किया है क्या करने वाला है अभिमान पार्टी में।
आयुष क्या करने वाला है अभिमान के साथ।
क्या आयुष करता है सुहाना से प्यार जानने के लिए पढ़ते रहिए
रीडर प्लीज मुझे सपोर्ट करें।
(प्लीज फॉलो me)https://whatsapp.com/channel/0029Vb7GnGB8vd1Y0yvQNc29.
मेरे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो करें,



Write a comment ...