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रेहा इन कैफे

कैफे के पार्किंग में 

रेहा जो कार पाक कर रही थी तभी उसने देखा कि अभिमान की कार से उसका असिस्टेंट उतर रहा था।

रेहा ने असिस्टेंट को देखकर पूछा आप तो अभिमान के असिस्टेंट होना असिस्टेंट ने जवाब दिया जी मैं अभिमान सर का ही असिस्टेंट हूं।

इस कैफे के बगल वाले होटल में अभियान सर की मीटिंग चल रही है। अभिमान सर ने मुझे कुछ काफी ऑर्डर करने के लिए भेजा है।

[ ] मैं बस अपनी कॉफी ऑर्डर करने आया हु । तुम यहां क्या कर रही हैं ?

रेहा ने जवाब दिया वह मुझे यहां दिव्या ने बुलाया था मैं सौम्या के साथ आई हूं।

सौम्या मैं कहां है?

सौम्या अंदर कैसे में गई है मैं भी अंदर ही जा रही हूं कोई बात नहीं तुम भी चलो और जो भी काफी चाहिए वह आर्डर कर लेना यह बोलकर दोनों एक साथ कैसे के अंदर चले गए

रेहा ने अपनी नज़रें पूरी कैसे में दवाई पर उसे सौम्या और दिव्या कहीं नहीं दिखी उसने असिस्टेंट से कहा तुम जो अपना ऑर्डर देकर चले जाओ मैं देखती हूं सौम्या और दिव्या कहां है यह बोलकर वह चारों तरफ उसे खोजने लगी।।

वही असिस्टेंट उसने अपना आर्डर दे दिया।

और पीछे देखा तो उसे कोई भी नजर नहीं आया।

उसने खुद से ही कहा पता नहीं मैं कहां चली गई है क्या मुझे सौम्या मैं और नेहा मैम को देखना चाहिए यह बोलकर वह चारों तरफ देखने लगा पर उसे कुछ भी नजर नहीं आया वह उससे पहले और कहीं देखा पता अचानक से उसका फोन रिंग होने लगा ।

उसने फोन पर fiash हो रहे नाम को देखा तो उसकी हवाइयां हो उर उर गई।

क्योंकि फोन पर अभिमान का नाम फ्लैश हो रहा था।

असिस्टेंट ने अपना फोन रिसीव कर कर अपने कान पर लगाया।

[ ] असिस्टेंट जैसे ही फोन कान पर लगाया एक जोरदार गुस्से वाली आवाज आई ,, रौनक मैने तुम्हें काफी लाने के लिए कहा था ना कि कॉफी शॉप पर जाकर बैठ जाने को यहां मेरी मीटिंग खत्म होने वाली है और तुम अभी तक काफी लेकर नहीं आए तुम्हें पता है ना मुझे मीटिंग जल्दी खत्म कर कर घर जाना है आज मेरी और दिव्या की शादी है।

शादी का शुभ मुहूर्त 8:00 का है और मैं नहीं चाहता मैं मंडप में 1 मिनट भी लेट पहुंचा इसीलिए तुम जल्दी से आओ यह बोलकर अभिमान ने बिना असिस्टेंट के पास सुन फोन को रख दिया।

असिस्टेंट फोन पर हेलो हेलो बोलते ही रह गया जब असिस्टेंट ने फोन को दिखा तो उसे पता चला अभिमान ने फोन काट दिया है असिस्टेंट  गुस्से में मन में ही बोला पता नहीं की अभिमान सर खुद को समझते ही क्या है मेरी पूरी बात सुनने बिना ही फोन रखती।

असिस्टेंट से ज्यादा कुछ बोल पाता तभी पीछे से एक लड़की ने आवाज दी सर आपका ऑर्डर कंप्लीट है अपना आर्डर ले चाहिए यह आवाज सुनकर असिस्टेंट के पीछे देखा तो उसके पीछे एक बहुत खूबसूरत सी लड़की खड़ी थी जो एक beter थी।

 असिस्टेंट ने अपना आर्डर ले लिया और पैसे ऑनलाइन पेमेंट कर कर कैसे से निकल गया।

इधर दूसरी तरफ

एक बहुत बड़ी सेवन स्टार होटल के बहुत बड़े हाल में कॉन्फ्रेंस मीटिंग चल रही थी यहां पर एक बहुत बड़ा सा टेबल था टेबल के चारों तरफ लोग बैठे हुए थे सब की नजरे अभी प्रोजेक्टर पर थी।

टेबल के हेड चेयर पर एक बहुत ही ज्यादा हैंडसम लड़का बैठा हुआ था जो बार-बार प्रोजेक्टर को ध्यान से देख रहा था उसका और देखने में किसी राजा की तरह लग रहा था वह किंग साईट चेयर पर बैठा हुआ था जैसे की कोई राजा बैठा हुआ था यह लड़का और कोई नहीं बल्कि अभिमान सिंह राजपूत था।

अभिमान जो प्रोजेक्टर को बहुत ही ध्यान से देख रहा था वह प्रोजेक्टर को देखते-देखते बीच-बीच में अपने फोन में भी कुछ देख रहा था पर वह क्या देख रहा था वह कोई भी देख नहीं पा रहा था क्योंकि सब की नजर प्रोजेक्टर पर ही थी।

अभिमान ने गुस्से से अपने मन में कहा यह असिस्टेंट पता नहीं कहां चला गया है काफी भी तो लाने के लिए कहा था ऐसे गायब हो गया है जैसे मैंने इसे ताजमहल बनाने के लिए कहा था उसे तरह से यह गायब हो गया है कैसे तो उसे 5 मिनट की दूरी पर ही है पर वह ऐसे गायब हुआ है

जैसे 500 किलोमीटर दूर से इसे काफी लानी है।

वह मन में यह सोच ही रहा था कि उसके बिजनेस पार्टनर ने कहा आज तो आपकी शादी है ना और आप शादी के दिन भी मीटिंग करने आ गए इससे हमें समझ में आता है कि आप बिजनेस को लेकर कितने ज्यादा सीरियस है।

वैसे अभिमान सर एक सवाल पछूंi

हां मिस्टर मेहरा पूछिए आपको क्या पूछना है।

मिस्टर मेहरा ने कहा हमने सुना है कि आप दिव्या देसाई से शादी कर रहे हो आप लोगों की अरेंजमेंट है या लव मैरिज

अभिमान ने मिस्टर मेहरा को देखकर जवाब दिया मैं और दिव्या देसाई 2 साल से डेट कर रहे थे अब हमने सोचा हमें शादी कर लेनी चाहिए क्योंकि हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं।

मिस्टर मेहरा अभिमान को देखते हुए मन में कहा यह अभियान सर कितने बदल गए हैं पहले यह कितना गुस्सा करते थे जब से दिव्या उनकी जिंदगी में आई है तब से बहुत ज्यादा अच्छे हो गए हैं।

चलो अच्छी बात है जब तक दिव्या मैं अभिमान कर के साथ है उनका गुस्सा कंट्रोल कर लेती है और हम लोग सब उनके गुस्से से बच जाते हैं यह सोचकर मिस्टर मेहरा दोबारा प्रोजेक्टर की तरफ देखने लगे।

इधर कैफे में 

असिस्टेंट जैसे ही काफी लेकर बाहर निकाला वह अपनी कर की तरफ जाने लगा अचानक से उसकी कर पर धर्म से कुछ गिर असिस्टेंट की आंखें बड़ी हो गई।

इससे पहले असिस्टेंट कुछ बोल पाता कुछ और भी उसकी गाड़ी पर गिरा जिसे देखकर उसकी तो जान ही अटक गई।

असिस्टेंट की हिम्मत सामने देखने की नहीं हो रही थी उसने कैफे के ऊपर तक और कैफे के ऊपर जो देखा उसे देखकर वह डर गया और शौक भी हो गया। 

आखिर क्या गिरा असिस्टेंट की कर पर क्या देखकर असिस्टेंट की आंखें दर से बड़ी हो गई? जानते हैं नेक्स्ट चैप्टर में बाय रीडर

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My story. My devil husband 👿. Author by butterfly 🦋